परिचय-
किसी भी स्त्री की सुदंरता उसके शरीर के सभी अंगों से बढ़ती है जिसमे हाथ भी खास स्थान रखते हैं। सुन्दर और मुलायम हाथ किसी के भी आकर्षण का केन्द्र बन सकते हैं। वैसे हाथों से ही सबसे पहले बढ़ी हुई उम्र का एहसास होता है इसलिए हाथों के मामलें में हमेशा सावधानी रखनी चाहिए कि हाथ हमेशा चिकने, मुलायम और झुर्रियों रहित बने रहें चाहे आपकी उम्र 70 साल की क्यों न हो जाए।
चिकित्सा-
जब भी आप कपड़े धोएं या बर्तन मांजे हाथों में हमेशा रबड़ के दस्ताने पहनें। परन्तु दस्ताने पहनने से पहले 1 चम्मच मलाई में चौथाई चम्मच नींबू का रस और चुटकी भर हल्दी मिलाकर हाथों पर मल लें।
रोजाना रात को सोने से पहले हाथों पर ग्लिसरीन का लोशन लगा लें। इसके लिए 1 कप गुलाबजल में आधा कप ग्लिसरीन और चौथाई कप नींबू का रस मिलाकर बोतल में बन्द करके रख लें।
ज्यादा सर्दी पड़ने पर हाथों पर तिल का तेल मलने से हाथ फटते नहीं है।
1 चम्मच जैतून का तेल, आधा चम्मच मलाई, गुलाबजल और नींबू के रस की थोड़ी सी बूंदे मिलाकर लोशन बना लें। इस लोशन को नहाने से 1 घंटा पहले हाथों पर मलने से हाथों का खुरदरापन ठीक हो जाता है।
अगर आपके हाथों का रंग काला है तो बराबर मात्रा में नींबू का रस, सफेद सिरका और मलाई को मिलाकर हाथों पर मलने से आपके हाथों की त्वचा गोरी और चमकदार बन जाती है।
खूबसूरत हाथों के साथ आपके नाखून भी सुन्दर होने चाहिए। मुंह से काटे हुए नाखून हाथों की सुन्दरता को खराब कर देते हैं। नाखून चबाना दिमागी परेशानी की निशानी है। इसलिए इस आदत को छोड़ने के लिए नाखूनों पर कोई कड़वी चीज लगा लें ताकि आप नाखूनों को चबाना छोड़ दें। नाखूनों के अन्दर की सतह के बीच हवा के बुलबुले होने के कारण नाखूनों पर सफेद धब्बे नजर आते हैं। चोट आदि लगने के निशान भी हो सकते हैं। ऐसे में उनका कोई उपचार नहीं किया जा सकता तथा नाखूनों के बढ़ने के साथ-साथ वे बाहर निकलते जाएंगे।
शुष्क नाखून पपड़ीदार बन जाते हैं तथा उनके किनारे मेण्डदार बन जाते है। इसलिए इस समस्या से बचने के लिए रोजाना सोने से पहले उन पर जैतून का तेल मलना चाहिए।
अपनी खुराक में आप कैल्शियम व `ब्रेवर्स यीस्ट´ (शराब में प्रयोग होने वाला खमीर) की मात्रा बढ़ाकर भुरभुरे और कटे-फटे नाखून का उपचार कर सकती हैं। वैसे फलों के रस, दूध या चाय में 1 चम्मच जिलेटिन को घोलकर रोजाना लेने से नाखूनों का भुरभुराना ठीक हो जाता है।
नींबू का रस भी नाखूनों के लिए शक्तिवर्द्धक काम करता है। इसके लिए नाखूनों की वार्निश की खाली शीशी में एक नींबू का रस भर लें तथा बोतल में स्थित ब्रश से दिन में 2 बार नाखूनों पर लगाएं। इससे नाखून मजबूत और सुन्दर बनेंगे।
गुलाबजल से बने लोशन से नाखूनों और उंगलियों पर बने निकोटिन के दाग-धब्बों को छुड़ाया जा सकता है। इसके लिए 1 चम्मच ग्लिसरीन में 3 चम्मच हाइड्रोजन पैरॉऑक्साइड तथा 5 चम्मच गुलाबजल मिलाकर बोतल में रख लें और जरूरत के अनुसार इस्तेमाल करें।
नाखूनों को सही रखने के लिए सप्ताह में एक बार नाखूनों का मेनिक्योर कराना जरूरी होता है। मगर ऐसा करने से एक दिन पहले आपको अच्छे रिमूवर या एसीटोन से नाखूनों की नेलपॉलिश छुड़ा लेनी चाहिए। इससे नाखूनों को ताजी हवा और धूप मिल जाएगी। एक बोतल एसीटोन में 1 चम्मच ग्लिसरीन मिलाने से वो ज्यादा सूखी नहीं रहती और बाजार में मिलने वाली नेलपॉलिश रिमूवर से सस्ती भी पड़ती है। नाखूनों का मेनिक्योर करने से पहले हाथों को साबुन मिले गर्म पानी और ब्रश से अच्छी तरह साफ कर लें। उपचर्म को हटाने के लिए रूई के फाए से नाखूनों पर क्यूटिकल रिमूवर लगाएं। यह उपचर्म या क्यूटीकल को मुलायम और ढीला बना देता है। इन्हें न तो कभी काटना चाहिए और न ही कठोरता के साथ वापस धकेलना चाहिए क्योंकि इससे नाखूनों के जीवित ऊतक क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। अब उंगलियों की नोकों को दुबारा साफ करें और मरी हुई त्वचा को पहले तौलिए, फिर सूखे हाथों से अच्छी तरह रगडें। नाखूनों पर थोड़ा सा गर्म तेल मल लें और फिर उसे अच्छी तरह से पोंछ लें ताकि चिकनाई बिल्कुल भी न बचे। अब नाखूनों को अण्डाकार आकार में रेती से रगड़ें लेकिन त्वचा के बिल्कुल पास तक नहीं। हाइड्रोजन पैराऑक्साइड में रूई का फाया भिगोकर नाखूनों को नीचे से अच्छी तरह से साफ करें। अब अपने हाथों को एक टेबल पर रखें और नेल-पॉलिश की पतली एकसार परत चढ़ाएं। नाखून के बीच से नीचे, नोक के किनारों पर तथा अगल-बगल में पॉलिश लगाएं। नाखूनों को पतला और लंबा रूप देने के लिए उनके अगल-बगल में रंग न करें। पहली परत के पूरी तरह सूख जाने पर दूसरी परत चढ़ाए ओर उसको सूखने दें। नेल-पॉलिश को जल्दी से सुखाने के लिए उंगलियों की नोक को कुछ मिनटों के लिए बर्फ के पानी में डुबोएं और फिर सुखा लें।
अगर आप हमेशा नाखूनों पर नेल-पॉलिश नहीं लगाना चाहती तो उन्हे प्राकृतिक रूप से चमकदार रहने दें। इसके लिए आपकों स्वास्थ्यवर्धक भोजन के साथ नाखूनों को बफर की मदद से अच्छी तरह चिकना रखना होगा। बफर रूई का एक पैड होता है जिस पर सांमर-चर्म मढ़ा होता है। इससे अगर आप वार्निश रहित नाखूनों पर कुछ मिनटों के लिए पॉलिश करेंगी तो नाखूनों में खून की रफ्तार तेज होगी और वे चमकदार और मजबूत बनेंगे। वैसे आप घर में ही अच्छी नेल-पॉलिश बना सकती हैं। इसके लिए 2 चम्मच मेहन्दी के पाउडर में एक नींबू का रस और पूरी मात्रा में चाय का गर्म पानी मिलाकर पतला लेप बना सकती है। फिर इसे ब्रश से नाखूनों पर लगाएं और आधे घंटे तक सूखने दें। यदि आप इस लेप को लगाने से पहले नाखूनों को बफर करेंगी तो नाखूनों पर सुन्दर लाल रंग चढ़ जाएगा। परन्तु अगर आप धूम्रपान करती हैं या हमेशा नेल-पॉलिश लगाकर रखती हैं तो इससे आपके नाखून धब्बेदार हो जाएंगे। तब इन धब्बों को दूर करने के लिए रोजाना रात को सोने से पहले नाखूनों पर हाइड्रोजन का लोशन लगाएं। 1 बड़ा चम्मच हाइड्रोजन परऑक्साइड और 5 बड़े चम्मच गुलाबजल को मिलाकर एक बोतल में रख लें। इसके इस्तेमाल से कुछ ही सप्ताह में आपके नाखूनों को रंग-रूप सुधर जाएगा।
किसी भी स्त्री की सुदंरता उसके शरीर के सभी अंगों से बढ़ती है जिसमे हाथ भी खास स्थान रखते हैं। सुन्दर और मुलायम हाथ किसी के भी आकर्षण का केन्द्र बन सकते हैं। वैसे हाथों से ही सबसे पहले बढ़ी हुई उम्र का एहसास होता है इसलिए हाथों के मामलें में हमेशा सावधानी रखनी चाहिए कि हाथ हमेशा चिकने, मुलायम और झुर्रियों रहित बने रहें चाहे आपकी उम्र 70 साल की क्यों न हो जाए।
चिकित्सा-
जब भी आप कपड़े धोएं या बर्तन मांजे हाथों में हमेशा रबड़ के दस्ताने पहनें। परन्तु दस्ताने पहनने से पहले 1 चम्मच मलाई में चौथाई चम्मच नींबू का रस और चुटकी भर हल्दी मिलाकर हाथों पर मल लें।
रोजाना रात को सोने से पहले हाथों पर ग्लिसरीन का लोशन लगा लें। इसके लिए 1 कप गुलाबजल में आधा कप ग्लिसरीन और चौथाई कप नींबू का रस मिलाकर बोतल में बन्द करके रख लें।
ज्यादा सर्दी पड़ने पर हाथों पर तिल का तेल मलने से हाथ फटते नहीं है।
1 चम्मच जैतून का तेल, आधा चम्मच मलाई, गुलाबजल और नींबू के रस की थोड़ी सी बूंदे मिलाकर लोशन बना लें। इस लोशन को नहाने से 1 घंटा पहले हाथों पर मलने से हाथों का खुरदरापन ठीक हो जाता है।
अगर आपके हाथों का रंग काला है तो बराबर मात्रा में नींबू का रस, सफेद सिरका और मलाई को मिलाकर हाथों पर मलने से आपके हाथों की त्वचा गोरी और चमकदार बन जाती है।
खूबसूरत हाथों के साथ आपके नाखून भी सुन्दर होने चाहिए। मुंह से काटे हुए नाखून हाथों की सुन्दरता को खराब कर देते हैं। नाखून चबाना दिमागी परेशानी की निशानी है। इसलिए इस आदत को छोड़ने के लिए नाखूनों पर कोई कड़वी चीज लगा लें ताकि आप नाखूनों को चबाना छोड़ दें। नाखूनों के अन्दर की सतह के बीच हवा के बुलबुले होने के कारण नाखूनों पर सफेद धब्बे नजर आते हैं। चोट आदि लगने के निशान भी हो सकते हैं। ऐसे में उनका कोई उपचार नहीं किया जा सकता तथा नाखूनों के बढ़ने के साथ-साथ वे बाहर निकलते जाएंगे।
शुष्क नाखून पपड़ीदार बन जाते हैं तथा उनके किनारे मेण्डदार बन जाते है। इसलिए इस समस्या से बचने के लिए रोजाना सोने से पहले उन पर जैतून का तेल मलना चाहिए।
अपनी खुराक में आप कैल्शियम व `ब्रेवर्स यीस्ट´ (शराब में प्रयोग होने वाला खमीर) की मात्रा बढ़ाकर भुरभुरे और कटे-फटे नाखून का उपचार कर सकती हैं। वैसे फलों के रस, दूध या चाय में 1 चम्मच जिलेटिन को घोलकर रोजाना लेने से नाखूनों का भुरभुराना ठीक हो जाता है।
नींबू का रस भी नाखूनों के लिए शक्तिवर्द्धक काम करता है। इसके लिए नाखूनों की वार्निश की खाली शीशी में एक नींबू का रस भर लें तथा बोतल में स्थित ब्रश से दिन में 2 बार नाखूनों पर लगाएं। इससे नाखून मजबूत और सुन्दर बनेंगे।
गुलाबजल से बने लोशन से नाखूनों और उंगलियों पर बने निकोटिन के दाग-धब्बों को छुड़ाया जा सकता है। इसके लिए 1 चम्मच ग्लिसरीन में 3 चम्मच हाइड्रोजन पैरॉऑक्साइड तथा 5 चम्मच गुलाबजल मिलाकर बोतल में रख लें और जरूरत के अनुसार इस्तेमाल करें।
नाखूनों को सही रखने के लिए सप्ताह में एक बार नाखूनों का मेनिक्योर कराना जरूरी होता है। मगर ऐसा करने से एक दिन पहले आपको अच्छे रिमूवर या एसीटोन से नाखूनों की नेलपॉलिश छुड़ा लेनी चाहिए। इससे नाखूनों को ताजी हवा और धूप मिल जाएगी। एक बोतल एसीटोन में 1 चम्मच ग्लिसरीन मिलाने से वो ज्यादा सूखी नहीं रहती और बाजार में मिलने वाली नेलपॉलिश रिमूवर से सस्ती भी पड़ती है। नाखूनों का मेनिक्योर करने से पहले हाथों को साबुन मिले गर्म पानी और ब्रश से अच्छी तरह साफ कर लें। उपचर्म को हटाने के लिए रूई के फाए से नाखूनों पर क्यूटिकल रिमूवर लगाएं। यह उपचर्म या क्यूटीकल को मुलायम और ढीला बना देता है। इन्हें न तो कभी काटना चाहिए और न ही कठोरता के साथ वापस धकेलना चाहिए क्योंकि इससे नाखूनों के जीवित ऊतक क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। अब उंगलियों की नोकों को दुबारा साफ करें और मरी हुई त्वचा को पहले तौलिए, फिर सूखे हाथों से अच्छी तरह रगडें। नाखूनों पर थोड़ा सा गर्म तेल मल लें और फिर उसे अच्छी तरह से पोंछ लें ताकि चिकनाई बिल्कुल भी न बचे। अब नाखूनों को अण्डाकार आकार में रेती से रगड़ें लेकिन त्वचा के बिल्कुल पास तक नहीं। हाइड्रोजन पैराऑक्साइड में रूई का फाया भिगोकर नाखूनों को नीचे से अच्छी तरह से साफ करें। अब अपने हाथों को एक टेबल पर रखें और नेल-पॉलिश की पतली एकसार परत चढ़ाएं। नाखून के बीच से नीचे, नोक के किनारों पर तथा अगल-बगल में पॉलिश लगाएं। नाखूनों को पतला और लंबा रूप देने के लिए उनके अगल-बगल में रंग न करें। पहली परत के पूरी तरह सूख जाने पर दूसरी परत चढ़ाए ओर उसको सूखने दें। नेल-पॉलिश को जल्दी से सुखाने के लिए उंगलियों की नोक को कुछ मिनटों के लिए बर्फ के पानी में डुबोएं और फिर सुखा लें।
अगर आप हमेशा नाखूनों पर नेल-पॉलिश नहीं लगाना चाहती तो उन्हे प्राकृतिक रूप से चमकदार रहने दें। इसके लिए आपकों स्वास्थ्यवर्धक भोजन के साथ नाखूनों को बफर की मदद से अच्छी तरह चिकना रखना होगा। बफर रूई का एक पैड होता है जिस पर सांमर-चर्म मढ़ा होता है। इससे अगर आप वार्निश रहित नाखूनों पर कुछ मिनटों के लिए पॉलिश करेंगी तो नाखूनों में खून की रफ्तार तेज होगी और वे चमकदार और मजबूत बनेंगे। वैसे आप घर में ही अच्छी नेल-पॉलिश बना सकती हैं। इसके लिए 2 चम्मच मेहन्दी के पाउडर में एक नींबू का रस और पूरी मात्रा में चाय का गर्म पानी मिलाकर पतला लेप बना सकती है। फिर इसे ब्रश से नाखूनों पर लगाएं और आधे घंटे तक सूखने दें। यदि आप इस लेप को लगाने से पहले नाखूनों को बफर करेंगी तो नाखूनों पर सुन्दर लाल रंग चढ़ जाएगा। परन्तु अगर आप धूम्रपान करती हैं या हमेशा नेल-पॉलिश लगाकर रखती हैं तो इससे आपके नाखून धब्बेदार हो जाएंगे। तब इन धब्बों को दूर करने के लिए रोजाना रात को सोने से पहले नाखूनों पर हाइड्रोजन का लोशन लगाएं। 1 बड़ा चम्मच हाइड्रोजन परऑक्साइड और 5 बड़े चम्मच गुलाबजल को मिलाकर एक बोतल में रख लें। इसके इस्तेमाल से कुछ ही सप्ताह में आपके नाखूनों को रंग-रूप सुधर जाएगा।
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