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Title: कैसे बनाए उबटन How to prepare ubtan
Author: Unknown
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उबटन बनाने की विधि- रात को सोते समय थोड़ी सी धुली हुई मसूर की दाल को इतने दूध में डालकर भिगों दे कि सुबह तक दाल फूल जाए। फिर सुबह दाल को अच्छ...
उबटन बनाने की विधि-
रात को सोते समय थोड़ी सी धुली हुई मसूर की दाल को इतने दूध में डालकर भिगों दे कि सुबह तक दाल फूल जाए। फिर सुबह दाल को अच्छी तरह से पीसकर उसमें नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इस उबटन को लगाने से चेहरे की कील-मुहांसे और झाईयां ठीक होकर त्वचा चमक उठती है।
2 चम्मच जौ का आटा, 1 चम्मच सरसो का तेल और थोड़ी सी हल्दी को एकसाथ दूध में मिलाकर गाढ़ा सा लेप बना लें। इस लेप को त्वचा पर लगाकर पूरी तरह से सूखने पर रगड़-रगड़ कर छुड़ा लें। इस लेप को लगाने से त्वचा मुलायम होकर चमक उठती है।
शहद, दूध की क्रीम और बेसन को मिलाकर शरीर पर मालिश करने से त्वचा का सूखापन और झुर्रियां आदि समाप्त हो जाती है।
बादाम की थोडी सी गिरियों को लेकर दूध में भिगोकर पीस लें। इसके बाद इसे जैतून के तेल में मिलाकर उबटन बना लें। इस उबटन को चेहरे पर लगाने से चेहरा स्वस्थ होकर चमक उठता है।
थोड़ी सी हल्दी और चन्दन के चूरे को बादाम रोगन में मिलाकर चेहरे पर लगाने से धूप में घूमने से खराब हुई त्वचा ठीक हो जाती है।
दूध में थोड़े में सरसों के दाने और जैतून के तेल को मिलाकर उबटन बना लें। इस उबटन को शरीर पर लगाने से खुजली और त्वचा के दूसरे रोग ठीक हो जाते हैं और त्वचा भी मुलायम हो जाती है।
एक सेब को लेकर अच्छी तरह से पीस लें। इसका लेप बनाकर आधे घंटे के लिए चेहरे पर लगाकर कुछ देर के बाद हल्के गर्म पानी से धोने से तैलीय त्वचा ठीक हो जाती है।
तैलीय त्वचा को ठीक करने के लिये एक सेब को लेकर अच्छी तरह से पीस लें। इसका लेप बनाकर आधे घंटे के लियें चेहरे पर लगाकर कुछ देर के बाद हल्के गर्म पानी से धोने से त्वचा सुन्दर हो जाती है।
अगर कहीं बाहर जाने पर त्वचा में धूल-मिटटी ज्यादा जम गई हो तो दूध में थोड़ा सा नमक मिलाकर रूई के फाहे से धीरे-धीरे साफ करने से लाभ होता है।
 1 चम्मच बोरिक पाउडर, 2 चम्मच दूध का पाउडर, थोड़ा सा जैतून का तेल और नींबू के रस को एकसाथ मिलाकर लगाने से त्वचा का रंग निखर जाता है और त्वचा चमक उठती है।
अण्डे की जर्दी और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर त्वचा पर लगाने से बहुत लाभ होता है।
बेसन, हल्दी और संतरे के सूखे छिलकों के चूर्ण को दही में मिलाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा का रंग निखर उठता है और कील-मुहांसे ठीक होकर त्वचा सुन्दर हो जाती है।
थोड़ी सी मैदा को दूध में भिगोकर उसमें गुलाब और हारसिंगार के पिसे हुए ताजे फूल मिलाकर लेप बना लें। इस लेप को पूरे शरीर पर मलने से त्वचा सुगंधित और मुलायम हो जाती है।
मसूर की दाल, सरसो के दाने और खस-खस के दानों को लेकर रात के समय दूध में भिगोकर सुबह के समय गुलाब की ताजी पत्तियों के साथ पीस लें। इस उबटन को लगाने से त्वचा के सारे रोग दूर होकर त्वचा सुन्दर हो जाती है।
चन्दन की लकड़ी को दूध में पीसकर चेहरे और शरीर पर लेप करके सूखने के बाद हल्के गर्म पानी से धोने से लाभ होता है।
गुलाबजल, जौ का आटा, ग्लिसरीन और नींबू के रस को एकसाथ मिलाकर उबटन बनाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा का सूखापन दूर होकर त्वचा चमक उठती है।
थोड़ी सी केसर को मक्खन में मिलाकर उबटन बनाकर लगाने से त्वचा मुलायम होकर चमक उठती है।
1 अण्डे के अन्दर का सफेद भाग, थोड़ा सा गाजर का रस, थोड़ा सा दूध, थोड़ा सा बादाम रोगन या जैतून का तेल और आधे नींबू के रस को एकसाथ मिलाकर लेप बनाकर चेहरे और पूरे शरीर पर आधे घंटे के लिये लगा लें। फिर इसके सूख जाने पर गुनगुने पानी से नहाने से लाभ होता है।
 सर्दियों के मौसम में फटी हुई त्वचा को ठीक करने के लिये थोड़े से मोम को गर्म करके पिघला लें। फिर उसमें 1 चम्मच जैतून के तेल को मिलाकर लगाने से लाभ होता है।
सरसों के दाने, आधा-आधा चम्मच मेथीदाना और चिरौंजी को दूध में भिगों लें। फिर उसके अन्दर थोड़ा सा चन्दन का चूरा, 4-5 केसर की पत्तियां और 1 कपूर की टिक्की को मिलाकर और पीसकर लेप बना लें। इस लेप को त्वचा पर लगाने से त्वचा कोमल और सुन्दर हो जाती है।

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