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Title: अलग-अलग मौसमों के अनुसार खूबसूरती की देखभाल Beauty care in different seasons
Author: Unknown
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परिचय-           चाहे कोई भी मौसम हो जैसे- गर्मी, सर्दी या बारिश, उसका हमारे स्वास्थ्य के साथ हमारी सुन्दरता पर भी गहरा असर पड़ता है। यहां तक...

परिचय-

          चाहे कोई भी मौसम हो जैसे- गर्मी, सर्दी या बारिश, उसका हमारे स्वास्थ्य के साथ हमारी सुन्दरता पर भी गहरा असर पड़ता है। यहां तक कि एक मौसम में खूबसूरती को बढ़ाने वाला मेकअप का सामान जो अच्छा होता है वो ही दूसरा मौसम आते ही हमारे लिये नुकसानदायक बन सकता है। यही नहीं अलग-अलग स्थानों और वातावरण का भी हमारे स्वास्थ्य और खूबसूरती पर सीधा असर पड़ता है। जब तक हमे अलग-अलग वातावरण के अनुसार अपने स्वास्थ्य और खूबसूरती को बचाने का पता नहीं होगा तब तक हम अपने आपको जितना खूबसूरत देखना चाहते हैं, नहीं देख पाएंगे।
चिकित्सा-
गर्मी का मौसम-
          गर्मी के मौसम में हमें सौन्दर्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे- पसीना, घमौरियां, चिपचिपाहट, मेकअप का न टिके रहना आदि। त्वचा भी बहुत बेजान और मुरझाई हुई सी रहती है। परन्तु अगर थोड़ा सा ध्यान रखें तो गर्मी में भी आपकी खूबसूरती दिखाई देगी और शरीर में चुस्ती-फुर्ती महसूस करेगी। गर्मी के मौसम में पसीना बहुत ज्यादा निकलता है। इसके लिए सफाई का खास ध्यान रखें।
1.  स्नान-
  • त्वचा में ताजगी और सफाई रखने के लिये रोजाना नहाना जरूरी होता है।
  • नहाने के पानी में गुलाब की ताजी पंखुड़ियों को मिला लें। गुलाब की खुशबू पूरे दिन आपको महकाती रहेगी।
  • थोड़े से कच्चे दूध या 1 नींबू को अपने नहाने वाले पानी में मिला दें। गर्मी के मौसम में शरीर मे ज्यादा पसीना आने के कारण घबराहट सी होने लगती है। इसलिए रोजाना दिन में 3-4 बार ठण्डे पानी से चेहरे पर छींटे मारनी चाहिए।
  • गर्मियों में ज्यादा तेज धूप के कारण त्वचा सूख सी जाती है और उनमें झुर्रियां सी पड़ जाती है। इससे बचाव के लिये बाहर जाते समय सन्सक्रीम लोशन, धूप का चश्मा और छतरी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
2.  तैलीय त्वचा-
  • गर्मी के मौसम में तैलीय त्वचा की ज्यादा देखभाल करनी पड़ती है। इस मौसम में तैलीय त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते हैं। इससे सौन्दर्य प्रसाधन और धूल मिट्टी त्वचा के अन्दर चले जाते हैं, जिससे चेहरे पर मुहांसे, एक्ने और दूसरी परेशानिया पैदा हो जाती है। ऐसी त्वचा को कच्चे दूध से साफ करके एस्ट्रेंजेंट लोशन लगाना चाहिए। इससे तैलीय तत्व `सीबम´ का बनना कम हो जाता है।
  • टमाटर, खीरे और नींबू के रस को एकसाथ मिलाकर तैलीय त्वचा पर लगाने से लाभ होता है।
3.  आंखें-
  • गर्मी के मौसम में आंखों को धूप से बचाकर रखना चाहिए नहीं तो आंखों में एलर्जी पैदा हो सकती है। गर्मी के कारण आंखों में थकान सी महसूस होती है और वह बुझी हुई सी नजर आती है।
  • चाय की पत्ती के पानी को ठण्डा करके उसमें रूई के फाहे को भिगोकर आंखों पर रखने से आंखों की थकान दूर होकर उनमें चमक आ जाती है।
  • खीरे के रस को फ्रिज में रखकर ठण्डा कर लें। इस रस के अन्दर रूई के दो फाहे भिगोकर आंखों पर रखने से आराम आता है।
4.  बाल-
  • गर्मी के मौसम में बालों को खुला नहीं रखना चाहिए। ऊंची चोटी, रोल या ऊंचा जूड़ा बना सकती है। गर्दन और चेहरे पर पड़े हुए बाल उकताहट पैदा करने के साथ-साथ त्वचा पर चिपक जाते हैं।
  • गर्मी के मौसम में बाल रूखे और कड़े से हो जाते हैं जो देखने में बहुत ही गंदे लगते हैं। बालों में सप्ताह में 2-3 बार शैंपू जरूर करना चाहिए और महीने में 1 बार मेहन्दी भी लगानी चाहिए।
  • गर्मी के मौसम में ज्यादातर सूती कपड़े ही पहनने चाहिए। अन्दर के कपड़े भी सूती ही होने चाहिए क्योंकि ये पसीना सोखने के साथ-साथ शरीर को ठण्डक भी देते हैं।
  • गर्मी के मौसम में ज्यादा गाढ़ा और भारी मेकअप नहीं करना चाहिए। तैलीय बेसवाले सौन्दर्य प्रसाधनोंका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ज्यादातर पाउडर प्रसाधनों का उपयोग करें। मेकअप करने से थोड़ी देर पहले जरा सी बर्फ चेहरे पर मल लेनी चाहिए।
  • पसीना आना गर्मी के मौसम की एक बहुत ही भयंकर समस्या है। शरीर में ज्यादा पसीना निकलने से बदबू पैदा हो जाती है जिसकी वजह से त्वचा के रोमछिद्र बन्द हो जाते है। गर्मी के मौसम में पानी ज्यादा से ज्यादा पीना चाहिए। रोजाना सुबह और शाम को ठण्डे पानी से नहाना चाहिए। नहाने के पानी में कोलोन या नींबू निचोड़कर नहाना चाहिए।
  • अपने खाने वाले भोजन पर खासतौर से ध्यान देना चाहिए। भोजन में टमाटर, ककड़ी, खीरा, हरी पत्तेदार सब्जियां, दही, पनीर और मलाई रहित दूध का सेवन करना चाहिए। तला, भुना और वसायुक्त भोजन नहीं करना चाहिए। चाय, कॉफी आदि गर्म पदार्थों का सेवन कम कर देना चाहिए। सुबह और शाम सैर जरूर करनी चाहिए।
5.  बारिश का मौसम-
  • बारिश के मौसम में त्वचा की बहुत ही खासतौर पर देखभाल करनी पड़ती है। इस मौसम मे त्वचा पर एलर्जी, फोड़े-फुंसी या त्वचा के दूसरे रोग पैदा हो जाते हैं।
  • बारिश के मौसम में चेहरे पर कोई भी तरल प्रसाधन जैसे- फाऊण्डेशन आदि नहीं लगाना चाहिए क्योंकि बरसात के कारण ये धुल जाता है जिससे चेहरे पर धब्बे और लकीरें सी नजर आने लगती है जिसकी वजह से चेहरा बुरा और बहुत अजीब सा लगता है। इसके स्थान पर आप मॉश्चराइजर लगा सकती है। ब्लशर, लिपिस्टिक, काजल और आई-ब्रो पैंसिल का इस्तेमाल करना चाहिये। तरल बिंदी भी नहीं लगानी चाहिए बल्कि स्टीकर बिंदी लगानी चाहिए।
  • होठों पर थोड़े गहरे रंग की लिपिस्टिक लगानी चाहिए। होठों के किनारों पर लिपिस्टिक लगाकर अन्दर के हिस्से पर लिपग्लॉस लगा लें। गाल की हड्डी पर त्वचा के रंग से मेल खाता हुआ ब्लशर लगा लें। भौंहों को ब्रश से आकार देकर आइ-ब्रो पैंसिल से गाढ़ा कर लें।
  • बारिश के मौसम में रंगीन, नाइलॉन या सिन्थेटिक कपडे पहनने चाहिए क्योंकि ये कपड़े पानी में भीगने पर एकदम से सूख जाते है और इन पर किसी भी तरह की सलवट, दाग आदि भी नहीं दिखाई देते है। इस मौसम में सिल्क, खादी, सूती कपड़ों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बल्कि गहरे रंग के कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • बारिश के मौसम में पैरों का भी बहुत ख्याल रखना चाहिए। सड़कों पर चलते हुए कभी-कभी कीचड़ या गंदे पानी में पैर पड़ जाने से गंदगी पैरों पर चिपक जाती है। जिससे पैरों में खुजली, फोड़े आदि हो जाते हैं। खुली चप्पलें भी नहीं पहननी चाहिए। पैरों में तेल आदि लगाकर जूते, चप्पल पहनने चाहिए। इस मौसम में पैरों को बिल्कुल भी गीला नहीं रखना चाहिए। कहीं बाहर से आने पर गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक और एक ढक्कन शैंपू डालकर उसमें पैर डुबों दें। थोड़ी देर के बाद पैरों को साफ पानी से धो लेना चाहिए। फिर सूखे तौलिए से पैरों को पोंछकर नारियल के तेल की मालिश करनी चाहिए।
  • बरसात के मौसम में बालों को गीला करके नहीं छोड़ना चाहिए। इससे सिर की त्वचा पर खुजली, फुंसी आदि हो जाती है। बालों की चोटी या पोनीटेल बनाकर रखना चाहिए। बालों को ज्यादा कसकर नहीं बांधना चाहिए।
6.  सर्दी का मौसम-
  • सर्दी के मौसम में त्वचा को बहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। सर्दी के मौसम में ठण्डी हवाओं के कारण त्वचा में नमी कम हो जाती है। त्वचा के सूखने पर त्वचा फटी-फटी और खुरदरी सी लगती है। काम करने के बाद खाली समय में चेहरे, हाथों और पैरों के साथ-साथ पूरे शरीर की जैतून के तेल से मालिश करनी चाहिए। इससे त्वचा चमकदार बन जाती है। सर्दियों में ग्लिसरीन युक्त साबुन लगाना चाहिए।
  • 1 चम्मच बेसन में थोड़ा सा दूध, मलाई, आधा चम्मच शहद मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लगाने के 20 मिनट बाद नहाने से लाभ होता है।
  • रात को सोने से पहले कोल्ड-क्रीम या नारिशिंग क्रीम से चेहरे और गर्दन की 5 मिनट तक मालिश करनी चाहिए।
  • बर्तन मांजते हुए या कपड़े धोते समय हाथों में दस्ताने पहनने चाहिए।
  • नहाने के बाद पूरे शरीर पर बॉडी लोशन और चेहरे पर मॉश्चराइजर लगाना न भूलें।
  • पैरों में बन्द जूते या बेलीज पहनने चाहिए। मौजे पहनकर रखें नहीं तो पैरों में दरार पड़ सकती है। इस मौसम में ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल किया जाता है परन्तु रात को मोजे, स्वेटर या शाल आदि पहनकर नहीं सोना चाहिए।
  • धूप में बैठते समय सूरज की ओर पीठ करके बैठना चाहिए। चेहरे पर सूरज की सीधी किरणें नहीं पड़नी चाहिए। इससे त्वचा को नुकसान होता है।
  • ज्यादा गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए। हल्के गर्म से नहाना चाहिए। रात को सोने से पहले हाथ-पैरों और चेहरे को गुनगुने पानी से धोकर मॉश्चराइजर या कोल्ड क्रीम जरूर लगानी चाहिए। चेहरे के लिए विटामिन ई वाली क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • भोजन करने के लिए सर्दी का मौसम सबसे अच्छा है। इस मौसम में हर प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जियां, सभी विटामिनों वाले फल और सूखे मेवे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
  • मेकअप भी आप क्रीम या पाउडर, तरल हर तरह का प्रयोग कर सकती हैं। गहरे रंग इस्तेमाल किए जा सकते हैं किन्तु साफ-सफाई का खासतौर पर ध्यान देना चाहिए।
  • ठण्ड की वजह से बाल रूखे और उलझे-उलझे से हो जाते हैं। सिर धोने से एक रात पहले बालों में सरसों या जैतून का तेल लगाना चाहिए। फिर सुबह उठकर गर्म पानी से भीगा तौलिया बालों में लपेट लेना चाहिए। फिर 10 मिनट तक बालों को भाप दें। इसके बाद अण्डे में एक नींबू निचोड़कर बालों में लगा लें और फिर बालों मे शैंपू कर लें। इससे बाल मुलायम और चमकदार हो जाएंगे।

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