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Title: बालों को काला करना Blackening of hair and exercises
Author: Unknown
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परिचय-           एक समय था जब किसी व्यक्ति के बाल सफेद नजर आते थे तो लोगों को पता चलता था कि इस व्यक्ति की उम्र ज्यादा हो रही है। पर आजकल तो...
परिचय-
          एक समय था जब किसी व्यक्ति के बाल सफेद नजर आते थे तो लोगों को पता चलता था कि इस व्यक्ति की उम्र ज्यादा हो रही है। पर आजकल तो समय बिल्कुल ही बदल गया है अब तो लोगों में जवानी में ही सफेद बाल देखने को मिलते हैं और फिर इन सफेद बालों को छुपाने के लिए लोगो के पास एक ही चारा रह जाता है कि बालों में रंग कर लिया जाए। वैसे भी तो ज्यादा उम्र के स्त्री-पुरुष कहीं कोई खास मौके पर जाने के समय सफेद बालों को रंग किया करते थे ताकि उनकी उम्र का पता न चले। पर अब तो बालों में रंग करना उम्र को छुपाना ही नहीं बल्कि एक फैशन बन गया है।
          अगर आपके बाल थोड़े बहुत सफेद हैं तो उन्हे छिपाने के लिए या कुछ ज्यादा ही सफेद है तो उन पर रंग चढ़ाने के लिए आप हर सप्ताह मेहन्दी लगाती होगी और इस काम में समय भी काफी लगता होगा। यानी 4 घंटे मेहन्दी को भिगोने के लिए, 4 घंटे बालों पर मेहन्दी का रंग चढ़ाने के लिए और फिर बालों को धोना और सुखाना। सब कुछ मिलाकर लगभग 9-10 घंटे। अब सोचिए अगर आपको किसी शादी या खास मौके पर जाना हो तो कितनी परेशानी हो सकती है ऐसे मे आपको अगर कोई ऐसा उपाय पता चल जाए जिससे थोड़ी ही देर में आपके बाल बिल्कुल असली रंग के लगने लगे तो आपके लिए इससे अच्छा और क्या हो सकता है।
           बालों को सुन्दर बनाने में अब बालों के काटने के स्टाइल के साथ-साथ उनको रंगना भी कम योगदान नहीं देता। खासकर के तब, जब किसी के बाल अपनी चमक और खूबसूरती बिल्कुल खो चुके हों या चेहरे और त्वचा के रंग से मेल न खाते हों। बालों को खूबसूरत रंगों में रंगना फैशन का एक हिस्सा बन चुका है। किसी त्यौहार, शादी-ब्याह या दूसरे खास मौके पर सबसे अलग दिखने या रोजाना से कुछ अलग दिखने की चाह में बालों को रंगने का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है।
          आज बालों को रंगने के अलग-अलग तरीके और उपकरण मौजूद है, जिनकी सहायता से आप घर बैठे या कहीं पर भी बालों को रंग सकते हैं। ये कुछ समय वाले रंग होते हैं जिनको पार्टी या कहीं खास मौके पर जाने के बाद मे आप धोकर निकाल भी सकती है। परन्तु सैलून या ब्यूटी पार्लरों में बालों को रंगवाने पर उनका रंग ज्यादा दिनों तक बालों में टिका रहता है।
          बालों में रंग करना काफी हद तक आपके चेहरे, फैशन, रहने के तौर-तरीकों के साथ काम करता है। बालों में रंग करने से त्वचा में भी निखार आता है। आप हेयर ड्रेसर के पास जाकर सर्दियों के मौसम में मुरझाई हुई त्वचा के रंग के हिसाब से चेहरे के चारो तरफ से बालों के आखिरी सिरों पर गहरे रंगों का लेप चढ़ा सकते हैं जिससे मुरझाए हुए चेहरे मे भी चमक पैदा हो जाती है। इसी तरह आपके पहनावे, रंग, पसन्द आदि के हिसाब से बालों में रंग किया जाता है। वैसे बालों में रंग करने के लिए सबसे ज्यादा सुनहरे और काले रंग का इस्तेमाल किया जाता है।
          बालों को रंगने के लिए कई दूसरे रंगों के सामान बाजार में मिलते हैं। थोड़े समय के लिए असरदार मगर बालों का रंग बिल्कुल ही बदलने के लिए अस्थायी रंगों के शैंपू बाजार मे मिलते हैं जिनका असर सिर्फ कुछ समय के लिए ही होता है और बालों को धोते ही निकल जाता है। लेकिन बहुत से शैंपू ऐसे भी है जिनको एक बार लगाने पर उनका रंग काफी दिनो तक टिका रहता है।
चिकित्सा-
          आजकल अच्छे पार्लरों में आपको ऐसी क्रीम मिल जाएगी जिससे बालों की इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है। पहले इस क्रीम को मिलने में बहुत परेशानी होती थी पर आजकल ये हर जगह मिल जाती है। इसके शेड बाजार और पार्लरों में ही मिल सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कोई डाई है पर ऐसा नहीं है। डाई केवल बालों को काला करती है और त्वचा पर इसका बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही धीरे-धीरे सारे बाल सफेद होना शुरू हो जाते हैं मगर ये क्रीम उससे बिल्कुल अलग है। इस क्रीम से आपके बाल और ज्यादा सफेद नहीं होते और न ही बालों को कोई नुकसान होता है।
          इसके भूरे काले, सुनहरे भूरे, लाल कई तरह के शेड मौजूद होने से आपको बालों के असली रंग के अनुसार शेड चुनने में बहुत ज्यादा आसानी हो जाती है। अगर आपके बाल सफेद है तो आपके पास 2 रास्ते है एक तो आप इन्हे मनचाहा रंग दे सकती है या फिर असली रंग, जो आपके बालों का होता है। इस क्रीम का प्रयोग बालों में महीने में 1 ही बार करना पड़ता है। अगर बालों के बढ़ने की रफ्तार कम है, तो 1 बार रंग करने के बाद डेढ़ महीने तक छुट्टी हो जाती है। क्रीम के इस्तेमाल के लिए सिर्फ 30-40 मिनट का समय चाहिए होता है। क्रीम लगाने से पहले यह अच्छी तरह देख लें कि मेहन्दी का रंग पूरी तरह निकल गया है। यह क्रीम कामकाजी महिलाओं के लिए तो वरदान साबित हुई है साथ ही पुरुषों को भी इससे काफी लाभ हुआ है।
          कामकाजी महिलाओं को आफिस के काम के साथ-साथ घर का काम भी देखना पड़ता है और बच्चों को भी सम्भालना पड़ता है। ऐसे में उनके लिए अपने लिए 5-6 घंटें का समय निकालना काफी मुश्किल हो जाता है। बालों के पोषण के लिए मेहन्दी लगाना दूसरी बात है, मगर सफेद बालों को रंगने के लिए मेहन्दी का समय-समय पर प्रयोग करना बहुत जरूरी है। ऐसे मे अगर 1 घंटे के अन्दर ही आपके बालों मे आपकी पसन्द का रंग होकर धुलकर सूख भी जाए तो इससे बड़ी बात ओर क्या होगी।
          इसे पहली बार ब्यूटी पार्लर में लगाने के बाद फिर टचिंग करना ही बाकी रह जाता है। यह काम घर पर ही आसानी से हो जाता है। ये सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि पुरुषों के लिए भी है।
          असली रंगों के अलावा, अगर आपको अपने बाल हरे, लाल, पीले या किसी दूसरे रंग में रंगने है तो इसके लिए भी बाजार में कई शेड मिल जाते हैं।

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