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Title: महिलाओं के स्वास्थ्य तथा सुन्दरता के संबध में जरूरी जानकारियां
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महिलाओं के स्वास्थ्य तथा सुन्दरता को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित उपाय- 1.  स्तनों को बढ़ाना-           वैसे तो अभी तक ऐसी कोई दवा या क्रीम नहीं आ...

महिलाओं के स्वास्थ्य तथा सुन्दरता को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित उपाय-

1.  स्तनों को बढ़ाना-

          वैसे तो अभी तक ऐसी कोई दवा या क्रीम नहीं आयी है जिससे कि स्तनों का आकार बढ़ सकें पर रोजाना व्यायाम करकें आप अपने स्तनों को मजबूत बना सकती है ताकि इन स्तनों की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर स्तनों के रूप में सुधार ला सकें। वैसे सिलीकॉन क्रिया के द्वारा आप अपने स्तनों को बड़ा करवा सकती है। स्तनों का आकार बड़ा करवाने के लियें सिलीकॉन का निवेश काम में लाया जाता है। डॉक्टर स्तनों के नीचे की खाल को काटकर कृत्रिम पैकेज को स्तन-ग्रंथि के पीछे लगा देते हैं। किन्तु इस ऑप्रेशन की क्रिया से खून के निशान, त्वचा का लटकना आदि जैसे रोग होने के आसार ज्यादा पैदा हो जाते हैं।
2.  शरीर पर अनचाहे बाल-
          शरीर और चेहरे पर ज्यादा बाल उगने का कारण शरीर के अन्दर बहुत ज्यादा मात्रा में डिंबपुटी है। हार्मोन्स में गड़बड़ी भी इसका एक कारण होता है। इसके कारण शरीर पर बालों के अलावा मासिकधर्म की गड़बड़ी, चेहरे पर मुहांसे, मोटापा आदि भी हो सकता है। ये सभी बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं के साधारण रोग होते हैं तथा आगे चलकर इन्ही कारणों से महिला बांझ भी हो सकती है। अनुवंशिकता इनका असली कारण होती है तथा ज्यादातर जवानी में इन सबके लक्षण नजर आने लगते हैं। अगर शुरूआत में ही इनका इलाज नहीं किया जाता तो हर साल ये और ज्यादा बढ़ जाते हैं। शरीर के अन्दर पुरुष के हार्मोन्स की मात्रा घटाने के लिए एंटी-एण्ड्रोजन्स का इस्तेमाल करके शरीर के अनचाहे बाल और मुहांसो की समस्या से मुक्ति मिल सकती है। वैसे कई बार वजन घटाने और रोजाना कसरत करने से भी एण्ड्रोजन की मात्रा कम की जा सकती है।
3.  शुष्क मुख (मुंह का सूखना)-
          शुष्क मुख (मुंह का सूखना) के रोग में दूसरे लोगों की तुलना में रोगी के मुंह में लार कम मात्रा में बनती है। मुंह के अन्दर लार एक मुंह के रोगों से लड़ने वाली ताकत होती है जो मुंह को साफ करके चिकना बनाकर रखती है और ये उन अम्लों को भी नष्ट कर देती है जो मसूढ़ो और दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। मुंह के सूखने से होंठों के आसपास की त्वचा फट जाती है, मुंह के अन्दर जलन सी होती है तथा बोलते समय आवाज भी भारी-भारी सी हो जाती है। वैसे ये रोग ज्यादातर धूम्रपान करने वाले, बूढे़ आदमी-औरतों और मधुमेह के रोगियों में होता है। मुंह का सूखापन दूर करने के लिये बार-बार पानी पीना चाहिए और बिना चीनी की चिगम खानी चाहिए।
4.  18 साल के बाद कद बढ़ना-
          वैसे तो 18 साल के बाद कद बढ़ना बिल्कुल मुश्किल सा है। पर अगर बच्चे की शुरूआत से ही देखभाल करें तो आपका बच्चा जरूर लंबा हो सकता है। इसके लियें सबसे पहले आप कद बढ़ना रोकने वाले रोगों से अपने बच्चे को बचाने के उपाय करें। बच्चे को पूरी मात्रा में प्रोटीन और शर्करा देनी चाहिए, खासतौर पर जैवीय प्रोटीन। इसके साथ ही रोजाना 10 से 20 मिनट तक अपने बच्चे को लटकाने वाले व्यायाम जरूर कराए।
5.  हकलाना-
          हकलाना एक तरह का आवाज की खराबी का रोग होता है जिसमें व्यक्ति बोलते-बोलते बीच में कहीं-कहीं रूक जाता है। वो किसी शब्द को बोलते-बोलते उसी पर अटक जाता है। ये रोग जब बच्चा बोलना शुरू करता है तब शुरू होता है तथा लड़कियों से ज्यादा लड़के इस रोग के शिकार होते हैं। अक्सर ये भी देखा गया है कि जो बच्चे दिमागी रूप से कमजोर होते हैं और जो खब्बू (उल्टे हाथ से काम करने वाले) होते हैं उनमें ये रोग ज्यादातर पाया जाता है।
6.  ब्लीच करने का तरीका-
          असल में ब्लीच एक ऐसी रासायनिक प्रक्रिया है जो प्रेरक का काम करने वाले अमोनियम कार्बोनेट की मदद से सिर्फ 15 मिनट में ही समाप्त हो जाती है। जांच की गई नयी ऑक्सीजन त्वचा को ऑक्सीकृत करके ब्लीच करने का काम करती है। यह बालों को ब्लीच करने में मदद करती है जिससे कि त्वचा के बाल त्वचा के रंग से मिल जाए। ब्लीच त्वचा के कालेपन को हटाकर उसे 2-3 शेडों से गोरी बनाती है।
7.  बाल गुंथवाना-
          बाल गुंथवाना ना तो पूरी तरह स्थाई होता है और ना ही सुरक्षित। इसके साथ ही इससे सिर में खुजली के साथ अनेक रोग हो सकते हैं। गुंथवाए हुए बाल 1-2 महीने से ज्यादा टिकते भी नहीं है। कभी-कभी तो ये सिर्फ कुछ ही दिन बनाए हुए आकार में रह जाते हैं। इसलिये बालों को गुंथवाने के स्थान पर विग लगाना ज्यादा अच्छा रहता है।
8.  टैटू बनवाना-
          शरीर पर टैटू के द्वारा भौंह, पलकें या गुलाबी होंठ बनवाने से दर्द तो होता ही है साथ ही इसमें इस्तेमाल होने वाले रसायन खतरनाक भी होते हैं। क्योंकि रसायनों से शरीर में एलर्जी तथा दूसरे त्वचा के रोग हो सकते हैं। साथ ही ये चेहरे को नकली भाव देते हैं जो कि स्थायी नहीं होता है। होठों को गुलाबी करवाना इसलिए खतरनाक होता है कि खाना खाते समय होठों से गुलाबी रसायन भी आपके पेट के अन्दर जा सकते हैं और जल्दी ही आपके होठ नीले पड़ जायेंगे तथा भोजन पचाने की क्रिया खराब हो जाएगी। इसी प्रकार आंखों पर टैटू गुदवाना आंखों के रोगों को जन्म देना है।
9.  कमजोर त्वचा-
          हमारी त्वचा का कमजोर होने का कारण धूप, धूम्रपान, शराब या नशीले पदार्थों का सेवन करना तथा विटामिन `सी´ की कमी है। इसका कारण जवानी में अच्छी तरह से भोजन की तरफ ध्यान ना देना है। त्वचा की ऊपर की परत में तेल वादिका होती है जो कोषों में इकटठे हुए पानी को वाष्पीकृत होने से रोकती है और जिसकी वजह से त्वचा सूख जाती है। कुछ परतों के नीचे वसा कोश एक दूसरी परत को नियमित करता है। ये परत त्वचा में रसायनों और प्रदूषकों के अवशोषण को रोकती है और त्वचा में पानी की कमी को पूरा करती है। ज्यादा समय तक धूप में रहने के कारण सबसे पहले ये अवरोधक समाप्त होते हैं और इसके कारण धूप से झुलसी हुई त्वचा तेजी से कमजोर हो जाती है। इसलिए जवानी के समय से ही त्वचा को धूप से बचाना चाहिए तथा रोजाना चेहरे पर माश्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए।

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